प्रदूषण का स्तर फिर गंभीर स्थिति में पहुंचा, कई इलाकों में एक्यूआई 500 के करीब

नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में बुधवार की सुबह वायु प्रदूषण का स्तर फिर गंभीर स्तर तक पहुंच गया। दिल्ली के लोधी रोड इलाके में पीएम2.5 500 और पीएम10 497 के स्तर पर रिकॉर्ड किया गया। यह गंभीर स्थिति मानी जाती है। अफ्रीका एवेन्यू रोड और वसंत विहार क्षेत्र में धुंध छाई रही।


उधर, आरके पुरम इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 447 के स्तर तक पहुंच गया। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-III क्षेत्र में 458, सेक्टर-62 क्षेत्र में 472 और फरीदाबाद के सेक्टर-16ए में एक्यूआई 441 के स्तर तक पहुंच गया।


15 नवंबर तक ऑड-ईवन लागू रहेगा 
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सिस्टम फॉर एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक, बुधवार को एयर क्वालिटी और खराब रहेगी, जबकि गुरुवार को इसके गंभीर स्तर तक पहुंचने की आशंका है। ऑर्ड-ईवन लागू होने के बाद केवल दो दिन ही एक्यूआई 300 से नीचे गया है। मंगलवार को प्रदूषण में पराली का योगदान 25% रहा। द्वारका, बवाना, आनंद विहार और वजीरपुर सबसे प्रदूषित इलाके रहे। दिल्ली सरकार ने 4 से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन लागू किया है।


एयर क्वालिटी इंडेक्स के मानक
एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) को 0-50 के बीच 'बेहतर', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'सामान्य', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है। वहीं, हवा में पीएम 10 का स्तर 100 और पीएम 2.5 60 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।


400 एक्यूआई में ऑक्सीजन कम हो जाती है
दिल्ली स्कूल हेल्थ स्कीम के ईस्ट डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज डॉक्टर अनूपनाथ के मुताबिक, वायु प्रदूषण के कारण वरिष्ठ नागरिकों को सबसे ज्यादा दिक्कतें होती हैं। प्रदूषण का जो स्तर है, इसमें ऑक्सीजन की कमी होती है। धीरे-धीरे इंफेक्शन, ब्रॉनकाइटिस की बीमारी बढ़ जाती है। आंख की जलन स्मॉग के कारण बढ़ती है।